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Category: Stories

Home Archive by Category "Stories"
Ankita Jain

एक मुलाक़ात – अंकिता जैन

February 3, 2017Ankita JainNo CommentsAnkita Jain, अंकिता जैन, एक मुलाक़ात

भाग -1 अरे हट जाओ सामने से, क्यों आज सब मेरी ही गाड़ी के आगे आ रहे हैं, अभी कोई भिड़ गया तो मारे जायगें । अरे भैया हट जाओ । सिमरन फुल स्पीड में अपनी दुपहिया हौंडा एक्टिवा उस छोटे से शहर के मेन चौराहे से गुज़ारते हुए स्टेशन की तरफ लेजा रही थी।…

Ankita Jain

प्रायश्चित

February 3, 2017Ankita JainNo Commentsप्रायश्चित. Ankita Jain

भाग –१   दो घंटे हो गए थे और ऊपर वाले कमरे से लड़ाई की आवाज़ आनी बंद नहीं हुई थी। कोई भी ऊपर जाकर बीच में कुछ बोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। सभी जानते थे कि किशोरी को उसके मामलों में पड़ने वाले लोग बिलकुल पसंद नहीं।   फिर अनायास ही आवाजें…

Ankita Jain

अजनबी हमसफ़र

February 3, 2017Ankita JainNo CommentsAnkita Jain, अंकिता जैन, अजनबी हमसफ़र

(1) पिछले बीस मिनिट से हाथ में उसका ख़त लिए स्टाफ रूम की खिड़की से मैं उसे कई दफ़ा यहाँ-वहां आते-जाते देख रहा हूँ, लेकिन अब तक हिम्मत नहीं कर पाया हूँ कि जाकर उससे मिलूँ और कह दूँ कि मैं ही हूँ वो… कहूँ भी कैसे… कहने के लिए शब्द बोलने पड़ते हैं और…

Ankita Jain

“आख़िरी गिफ्ट”

February 3, 2017Ankita JainNo CommentsAnkita Jain, अंकिता जैन, आख़िरी गिफ्ट

आख़िरी गिफ्ट,(1) “कितनी बार कहा है फेंक दे इस मनहूस चाकू को” कढ़ाई में पूरी डालते हुए माँ ने जब राधा की आह सुनी तो आज फिर चिडचिड़ाईं, “माँsssss”, बहुत ही अनमने सुर में राधा ने कहा, कहना तो चाह रही थी कि माँ आप जानती हैं मैं इसे नहीं फेकूँगी, लेकिन सिर्फ माँ कहकर…

Ankita Jain

निर्मोही डायरी

February 3, 2017Ankita JainNo CommentsAnkita Jain, अंकिता जैन, निर्मोही डायरी

कमरे के बाहर बालकनी में अपनी डायरी लेकर बैठी वो पिछले 1 घंटे से यही सोच रही थी कि आखिर इसमें लिखे क्या ! वो अपने इस ख़याल पर जितना आश्चर्यचकित थी उससे ज्यादा अपनी फितरत पर। चंचल जिद्दी और द्रण स्वभाव की वो जितनी जल्दी चीज़ों से उदास होती थी, ख़ुद को मना भी…

Ankita Jain

लघु कथा : आख़िरी 35 मिनिट

February 3, 2017Ankita JainNo CommentsAnkita Jain, अंकिता जैन, आख़िरी 35 मिनिट

रिक्शे में बैठने से लेकर रेलवे स्टेशन पहुँचने तक वह यही उम्मीद में रही कि शायद आखिरी बार वह उसके कंधे पर हाथ रखेगा और उसे आख़िरी बार जाने से पहले उसका स्पर्श मिलेगा। लेकिन वो अपनी सफ़लता की ख़ुशी के इज़हार में उसकी आँखों में छुपी उस चाहत को देख नहीं पाया और वो…

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